ekadashi vrat kaise kare | एकादशी व्रत कैसे करे

हर माह में दो पक्ष होते हैं, शुक्ल पक्ष कृष्ण पक्ष दोनों पक्षो की ग्याहरवीं तिथि को एकादशी मनाई जाती है। इस तरह से एक वर्ष में कुल मिलाकर 24 एकादशी तिथियां पड़ती हैं, इस व्रत को करने के कल्पतरु के समान फल प्राप्त होता है। एकादशी तिथि का व्रत नियम और निष्ठा पूर्वक करने वाले मनुष्य के समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है। एकादशी व्रत का महत्व पौराणिक कथाओं और शास्त्रों में भी बताया गया है। इस व्रत की महिमा मनुष्य ही नहीं देवता भी मानते हैं ये व्रत महाभारत काल से लेकर इस काल में भी अतिशुभ फलदायक है। इसलिए इस व्रत को करने से पहले नियम के बारें में जानकारी होना आवश्यक है जानते हैं…

एकादशी के व्रत में क्या खाना चाहिए

जिस दिन एकादशी है उससे एक दिन पहले यानि दशमी तिथि को दिन छिपने से पहले ही भोजन कर लें, रात्रि में भोजन न करें ताकि एकादशी के दिन आपके पेट में भोजन का अंश न रहे। दशमी तिथि को ही पालन कर्ता श्री हरि विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प करें।

One day before the day of Ekadashi i.e. on Dashami Tithi, eat food before the day hides, do not eat food at night so that on Ekadashi day there is no part of food in your stomach. On the tenth day, take a vow of fasting while meditating on the observant Shri Hari Vishnu.

एकादशी व्रत कब से प्रारंभ करना चाहिए 2022

एकादशी को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर स्नानादि करने के पश्चात् विष्णु जी की पूजा करें। उनके सामने घी का दीपक जलाएं। धूप दिखाएं नैवेद्य, फल पुष्प आदि अर्पित करें।

On Ekadashi, after getting up in Brahma Muhurta, after retiring from daily activities, after taking bath, worship Lord Vishnu. Light a ghee lamp in front of them. Show incense, offer naivedya, fruits, flowers etc.

एकादशी व्रत में दूध पीना चाहिए या नहीं

एकादशी के दिन किसी भी प्रकार का अन्न लेना वर्जित माना गया है। जो लोग व्रत नहीं भी रखते है, उन्हें भी इस दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। एकादशी तिथि को बिना अन्न, जल,दूध के व्रत किया जाता है। अगर आप बिना जल के व्रत करने में सक्षम नहीं हैं,  तो केवल फलाहार कर सकते हैं।

एकादशी व्रत के फायदे

एकादशी के व्रत का पारण द्वादशी तिथि को प्रातःकाल में किया जाता है। इसलिए द्वादशी तिथि वाले दिन भी सुबह उठकर स्नानादि करने के बाद विष्णु जी का पूजन करें। उसके बाद किसी ब्राह्मण को भोजन करवाएं और दान-दक्षिणा देने के बाद विदा करें, तत्पश्चात स्वयं व्रत का पारण करें।

The fast of Ekadashi is broken in the early morning on the date of Dwadashi. Therefore, on the day of Dwadashi date, wake up in the morning and worship Vishnu after taking bath. After that offer food to a Brahmin and after giving charity and dakshina, send it off, then break the fast yourself.

एकादशी के दिन कपड़े धोने चाहिए या नहीं

जी नहीं एकादशी के दिन कपडे नहीं धोने चाहिए.

एकादशी व्रत किस महीने से शुरू करना चाहिए

मार्गशीर्ष एकादशी यानी उत्पन्ना एकादशी ऐसी पहली एकादशी है, जो कार्तिक पूर्णिमा के बाद आती है. इस बार यह 30 नवंबर को है. एकादशी के सालाना व्रतों की शुरुआत इस दिन से करना चाहिए.

FAQ On ekadashi vrat

एकादशी के दिन कौन कौन से काम नहीं करने चाहिए?

एकादशी के व्रत के दिनों में…
करें इन चीजों का त्याग : – इस व्रत में नमक, तेल, चावल अथवा अन्न वर्जित है।
मांस खाना। मसूर की दाल का त्याग।
चने का शाक। कोदों का शाक।
मधु (शहद) । …
दूसरी बार भोजन करना। …
व्रत वाले दिन जुआ नहीं खेलना चाहिए। …
इस दिन क्रोध, मिथ्या भाषण का त्याग करना चाहिए।

एकादशी का व्रत कौन कौन रख सकता है?

वैष्णवों को योग्य द्वादशी मिली हुई एकादशी का व्रत करना चाहिए।

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